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जदयू बैठक संपन्न, नहीं उठा तेजस्वी यादव का मुद्दा

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संजय कुमार सुमन
sk.suman379@gmail.com 

बिहार की राजनीति में उठापकट जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के परिवार पर घोटाले के आरोप लगने के बाद से महागठबंधन में भी दरार साफ देखी जा रही है, जहां एक तरफ आरजेडी ने साफ ही कह दिया है कि तेजस्वी अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे अगर वो इस्तीफा देंगे तो उनके साथ साथ कई विधायक अपना पद छोड़ देंगे। वहीं दूसरी तरफ जेडीयू को तेजस्वी का उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे रहना खटक रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यह बैठक आज रविवार को अपने सरकारी आवास एक अण्णे मार्ग पर बुलाई गई । जदयू विधायकों की मांगें कुछ और ही दिख रही हैं। वहीं आरजेडी तेजस्वी के इस्तीफे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। साथ ही विपक्ष तो पहले से ही दबाव बना रहा है।  बैठक तो हुई लेकिन उसमें तेजस्वी पर कोई भी चर्चा नहीं हुई । सियासी पण्डितों का कयास था कि चार दिन का अल्टीमेटम देने के बाद होने वाली जदयू की बैठक महागठबंधन का भविष्य तय करेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं ।

तमाम झंझावातों के बीच भी राजद अडिग है कि  उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। बैठक के बाद जब जदयू विधायक बाहर आए तो उम्मीद थी कि शायद तेजस्वी पर कोई बड़ा फैसला इस बैठक में हो जाए।

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बैठक में शामिल कुछ विधायकों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि ‘बैठक को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने सभी विधायकों को वोटिंग का तरीका बताया और कहा कि सभी विधायकों को पहली वरीयता का वोट रामनाथ कोविन्द को ही देना है। मोबाइल खुले रखने हैं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में संपर्क किया जा सके। सभी विधायकों को सुबह 10 बजे तक विधानसभा में पहुंचने का निर्देश दिया गया है। लेकिन न तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने और न ही किसी अन्य व्यक्ति ने तेजस्वी का नाम लिया है।’

बता दें कि कथित बेनामी संपत्ति मामले में तेजस्वी के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। इस आरोप के बाद जदयू ने जनता की अदालत में सफाई देने या फिर इस्तीफा देने के लिए राजद और तेजस्वी पर दबाव बढ़ा दिया था। जदयू के प्रवक्ताओं ने तेजस्वी का नाम लिए बिना कहा था कि जिस पर आरोप हैं, वह चार दिन में अपनी बेगुनाही जनता के सामने साबित करे। ऐसे हालातों में उम्मीद थी कि संभव है कि महागठबंधन पर भी कोई फैसला इस बैठक में हो जाए लेकिन इस बैठक में तेजस्वी यादव पर कोई भी चर्चा नहीं हुई।

जदयू के कई विधायकों का मानना है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को इस्तीफा दे देना चाहिए।  विधायकों की माने तो बिहार की सियासत और महागठबंधन के भविष्य के खातिर उनका इस्तीफा देना ही ठीक होगा। जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह का बड़ा बयान सामने आया है।  उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।  श्याम बहादुर यहीं नहीं रुके उन्होंने यहां तक कह दिया कि जदयू चुनाव में जाने के लिए तैयार है। इधर पार्टी विधायक कविता सिंह ने भी कहा है कि अगर तेजस्वी इस्तीफा दे देंगे तो अच्छा होगा।  उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का इस्तीफा महागठबंधन के लिए फायदेमंद रहेगा। उधर विधायक पूनम देवी ने भी तेजस्वी यादव के इस्तीफे को अच्छा बताया है।

 

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