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महिला की खूबसूरती देख पागल हुआ दारोगा, केस सुलझाने के नाम पर बुलाने लगा रात में

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मधेपुरा

 

मधेपुरा में दरोगा का रंगीन कहानी रुकने का नाम नही ले रहा है।अभी जिले के चौसा के गोपिन्द्र सिंह की कहानी लोग भूल भी नही पाये थे कि फिर एक नए थानाध्यक्ष की कहानी सामने आ गयी है।ये दरोगा की कहानी अब तक का सबसे अलग और भयानक निंदनीय है।दारोगा जी को सरकार थानाध्यक्ष बनाकर थाना भेजे है जाकर आमजन का हित करे लेकिन ये साहब एक खूबसूरत पीड़िता के फर्जी दीवाने हो गए और कभी रात में बुलाने लगे तो कभी सुबह के चार बजे।

ताजा मामला चौसा थानाध्यक्ष धनेश्वर मंडल का है।एक पीड़ित महिला अपने पति पर मामला दर्ज करवाने थाना आई थी जिससे उसकी मात्र दो माह पूर्व शादी हुआ था।वो अपने पति से पीड़ित थी ,अपने साथ न्याय चाहती थी इसलिए वो थाना पहुंच गई लेकिन उसे क्या पता न्याय पाने के लिए थानेदार उससे जिस्म मांगने लग जाएंगे।थानेदार उसे न्याय दिलाने के एवज में कभी रात बिताने का ऑफर करते थे तो कभी अंधेरे में आने को कहते थे।पिछले दो माह से दारोगा जी उससे गंदी बात कर रहे थे और न्याय दिलाने का नोटंकी चला रहे थे।

रंगीन थानेदार एक दिन दो दिन नही उस महिला को कई दिन अपने साथ रहने का ऑफर देते है जिसपर महिला ये भी कहती है इतना रहेंगे तो बवाला हो जाएगा लेकिन थानेदार साहब तो ठहरे एक थाना का मालिक कहते है कुछ नही होगा। जो दारोगा और महिला के बातचीत का अंश है वो बेहद ही गंदी है उसे न सुनाया जा सकता है और न ही लिखा जा सकता है।अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है पिछले दो महीने से दरोगा जी उस महिला के साथ ये सब कर रहे थे।

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महिला का आरोप यह भी है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल से भी उसने मिल न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन उसने इनका आवेदन नही लिया।जबकि तत्कालीन थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने इस संबंध में कहा है कि ऐसा कोई मामला नही है।मेरे समय का कोई ऐसा बात नही है ।आज जो आरोप मेरे ऊपर लग रहा है बिल्कुल निराधार है ।

जिले में अभी पिछले सप्ताह ही गोपिन्द्र सिंह का मामला सामने आया था जिसमे वो एक शख्श से टाइम पास के लिए महिला की मांग कर रहा था ।उनके मन मुताबिक काम नही किया तो उन्होंने उनके ऊपर कई मामले दर्ज कर दिए।चौसा थानाध्यक्ष धनेश्वर मंडल का ये ऑडियो काफी बड़ा है जिसमे उन्होंने कई पोर्नस्टार को पीछे छोड़ वर्दी की लाज को कचरे में डाल अपनी अलग कहानी लिख रखा है।

हालांकि इस मामले में आरोपी चौसा थानाध्यक्ष धनेश्वर मंडल खुद को निर्दोष बताया है और उक्क्त महिला को फ़्रॉड बताया है।उन्होंने कहा है वो औरत मुझे कोई आवेदन नही दी है।

बहरहाल यह मामला एसपी संजय कुमार के संज्ञान में चला गया है।अब देखना दिलचस्प होगा कि एसपी इस पर क्या कार्रवाई करते है।

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