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थानाध्यक्ष की हनक देखिये : मुखिया ने सवाल किया तो कह दिया तू दलाल है

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मधेपुरा/ जिले के पुरैनी थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दास का एक सनक वाला विडियो वायरल हुआ है जिसमे वो एक मुखिया को कई अपशब्द सहित दलाल तक कह रहे है. मुखिया का जुर्म इतना था कि उनके पंचायत से किसी व्यक्ति को पुलिस पकडके के थाना ले आई थी और मुखिया ने थानाध्यक्ष से उस व्यक्ति के थाना ले जाने का जुर्म पूछ लिया था.

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यह वीडियो उदाकिशुनगंज अनुमंडल के पुरैनी थाना का बताया जा रहा है.जहाँ मामूली विवाद में पुरैनी के थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दास और कुरसंडी के मुखिया कुंदन सिंह के बीच पहले मोबाइल पर , फिर थाना में जमकर कहासुनी हो गई. दोनों पक्षों के बीच हुई कहासुनी का ऑडियो और वीडियो गुरुवार का बताया जा रहा है. बताया जाता है कि गुरुवार की शाम को अचानक पुरैनी थाना में हल्ला होने लगा. इससे वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. लेकिन पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया. बताया गया कि पुरैनी पुलिस ने शक के आधार पर आलमनगर थाना क्षेत्र के मधेली गांव से उजली कलर की एक अपाचे बाइक को अपने में कब्जे में ले लिया और उसे थाना ले आई. जिसके बाद बाइक मालिक ने अपने परिचित मुखिया कुंदन सिंह को इस बात की जानकारी दी.कुंदन सिंह ने मौके पर से ही थानाध्यक्ष को फोन लगाया और उनसे बाइक उठाने का कारण पूछा. थानाध्यक्ष को मुखिया के पूछने का लहजा पसंद नहीं आया, फिर फोन पर ही गरमागरम बहस हो गई. फोन काटने के बाद बाइक मालिक मुखिया कुंदन सिंह के साथ थाना पर पहुंचे, जहां फिर से मुखिया व थाना प्रभारी में जमकर बहस हुई.

इस पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद जनप्रतिनिधियों ने लगातार आक्रोशित होकर थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग की है. इधर, थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दास ने बताया कि हाल के दिनों में उजले रंग की अपाचे बाइक से कई बार लूट और छिनतई की घटना सामने आई है. इसी शक के आधार पर पुलिस उस बाइक को उठाकर थाना लाई थी और उसकी जांच कर रही थी. इसी बीच में मुखिया अपने हुजूम के साथ थाना पर पहुंचे और कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने लगे.बहरहाल बाइक की जांच के बाद उसके मालिक को सुपुर्द कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मुखिया द्वारा अनुसंधान की प्रक्रिया में खलल डाला जा रहा था.जबकि मुखिया का कहना है कि उन्हें जनता ने प्रतिनिधि बनाया है. सरकारी सेवक को जनप्रतिनिधियों से अमर्यादित भाषा और व्यवहार नहीं करना चाहिए.

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