मिथिलेश कुमार/ पिपरा,सुपौल/ राष्ट्रव्यापी मृदा स्वास्थ्य योजना के तहत पिपरा प्रखंड अंतर्गत तुलापट्टी पंचायत स्थित महिचंदा गांव में कृषि समन्वयक धनंजय कुमार झा के द्वारा किसानों के खेतों पर जाकर मिट्टी नमुना जांच कराने के फायदे एवं उनके बारे में जानकारी दी गई। कृषि समन्वयक झा ने मृदा स्वास्थ्य के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि कृषि सीधे तौर पर मिट्टी से जुड़े हुए हैं किसानों की उन्नति मिट्टी पर निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि मिट्टी नमूना संग्रहण कार्य आरंभ हो गया है पांच नमूना संग्रहण किया गया एवं नमूना लेने का तरीका और महत्व के बारे में किसानों को बताया गया एवं कृषक के द्वारा स्वयं नमूना दिया गया इससे कृषक को अपने खेतों की मिट्टी के नमूना लेने में आसानी होगी। लिए गए नमूने को जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में जमा किया जाता है नमूनों की जांच के बाद खाद की अनुशंसित किया जाता है और उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को उनका स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाता है जिसमें उनके खेत की मिट्टी के बारे में पूरी जानकारी लिखी होती है। कहा यह योजना भारत के हर क्षेत्र में उपलब्ध है सरकार इस योजना से किसान को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है हर किसान को उसकी मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रति तीन वर्ष पर दिया जाता है।