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सिंहेश्वर महोत्सव के आयोजन को लेकर भाजपा नेता ने डीएम को सौपा ज्ञापन

सिंहेश्वर महोत्सव आयोजन को लेकर की गई मांग

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आर के रवि/मधेपुरा/महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाले राजकीय सिंहेश्वर महोत्सव को स्थगित किये जाने के बाद बुधवार को भाजपा नेता राहुल यादव व सामाजिक कार्यक्रता कुणाल कृष्ण मंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर महोत्सव आयोजन को लेकर 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौपा है । सौपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि शिवरात्रि की तैयारी को लेकर सिंहेश्वर धाम भर्मण के दौरान जिलाधिकारी के
द्वारा दिये गए बयान से जानकारी मिली कि इस बार सिंहेश्वर मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा।
यह बात मधेपुरा वासियों के लिए दोगुना कष्टकर है क्योंकि पर्यटन विभाग द्वारा पूर्व में ही सिंहेश्वर महोत्सव को स्थिगित करने की बात की जा चुकी थी। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है लेकिन कुछ सावधानी वाले शर्तों के साथ जन-जीवन पटरी पर लौट चुकी है। चाहे सिनेमा हॉल हो, चाहे रेलवे,वायुयान और राजनीतिक रैलियां हर चीज आयोजित हो रहे हैं ऐसे में सिंहेश्वर महोत्सव और मेला का आयोजन नहीं होना समझ से परे है।

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जबकि बीते 01 मार्च को पर्यटन विभाग द्वारा कई जिलाधिकारी को महोत्सवों को स्थगित करने का
आदेश दिए जाने के बाद भी 03 मार्च को कला-संस्कृति विभाग द्वारा बगल के जिले सहरसा के बनगाँव में राजकीय होली उत्सव के लिए 20 लाख रुपये का आवंटन कर दिया गया और मार्च के महीने में ही उसके आयोजन की तिथि रखी गई है। सरकार के दो विभागों का एक ही विषय पर अलग-अलग निर्णय
कोरोना को लेकर सरकार की नीति पर कई सवाल खड़े करते हैं। सिंहेश्वर मेला अति प्राचीन मेला है सिंहेश्वर की अर्थव्यवस्था मेला पर ही निर्भर है हजारो गरीब छोटे-बड़े दुकानदारों की रोजी-रोटी इसी मेले से चलती है ऐसे में मेला स्थगित करना सीधे तौर पर हजारों परिवार को भूख के संकट में झोंकने जैसा कदम है।

उन्होंने जिला प्रशासन और मंदिर न्यास से आग्रह किया है कि इस वैश्विक संकट की घड़ी में गरीब दुकानदारों के साथ खड़े हो कर इस बार के मेले में उनसे वसूले जाने वाले किराए को कम करे या माफ किया जाय । मेला लगाने के लिए झूले वाले,सर्कस वाले और छोटे-मोटे दुकानदार कई दिनों से पूर्व तैयारी कर चुके हैं कई लोग तो इस संकट के घड़ी में भारी-भरकम कर्ज लेकर फिर से अपने व्यवसाय को खड़े
करने में लगे हैं यदि मेला का आयोजन नहीं होता है तो ये लोग बड़े आर्थिक संकट में फंस सकते हैं।

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